उल्का (Meteor) क्या है? आसान भाषा में विस्तार से
भूमिका:
रात के समय जब आप आसमान में एक चमकदार रेखा को तेजी से गुजरते हुए देखते हैं, तो अक्सर लोग कहते हैं – "टूटता तारा"। असल में, ये टूटता तारा नहीं बल्कि एक उल्का होता है। उल्का खगोलशास्त्र का एक रोमांचक विषय है, जो अंतरिक्ष की रहस्यमयी दुनिया से जुड़ा हुआ है।
आइए जानते हैं उल्का क्या होता है, कैसे बनता है, इसके प्रकार, वैज्ञानिक महत्व और हमारे जीवन में इसका क्या असर हो सकता है।
उल्का (Meteor) क्या होता है?
उल्का (Meteor) वह चमकीली रोशनी होती है, जो तब पैदा होती है जब कोई अंतरिक्षीय कण (जैसे – पत्थर, धातु या धूल) पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है और वायुगति के कारण जलने लगता है।
वैज्ञानिक परिभाषा:
जब कोई meteoroid (अंतरिक्ष में घूमता हुआ छोटा पिंड) पृथ्वी के वायुमंडल में घुसता है, तो घर्षण की वजह से वह जल उठता है और चमकीली रोशनी उत्पन्न करता है, जिसे हम “उल्का” या “Meteor” कहते हैं।
उल्काएं कैसे बनती हैं?
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मूल स्रोत – उल्काएं मुख्य रूप से धूमकेतु (comet) या क्षुद्रग्रह (asteroids) के टूटे हुए टुकड़ों से बनती हैं।
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अंतरिक्ष में गति – ये टुकड़े अंतरिक्ष में हजारों किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घूमते रहते हैं।
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वायुमंडल में प्रवेश – जब पृथ्वी अपनी कक्षा में घूमती है और इन टुकड़ों के संपर्क में आती है, तो वे वायुमंडल में घुस जाते हैं।
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घर्षण और दहन – घर्षण के कारण ये जलने लगते हैं और आकाश में रौशनी की एक रेखा छोड़ते हैं। यही उल्का कहलाता है।
उल्काओं के प्रकार
प्रकार | विवरण |
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Meteoroid | अंतरिक्ष में घूमता हुआ छोटा पिंड |
Meteor | वायुमंडल में प्रवेश कर जलता हुआ पिंड |
Meteorite | पृथ्वी की सतह पर गिरा हुआ उल्का पिंड |
उल्का (Meteor) | उल्कापिंड (Meteorite) |
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जलता हुआ तारा जैसा दिखाई देता है | जो उल्का पृथ्वी की सतह पर गिर जाए |
आकाश में दिखाई देता है | धरती पर पाया जाता है |
अस्थायी चमक | भौतिक वस्तु |
उल्कावृष्टि (Meteor Shower) क्या है?
जब पृथ्वी किसी धूमकेतु की धूलभरी पूंछ से होकर गुजरती है, तो एक साथ कई उल्काएं वायुमंडल में प्रवेश करती हैं और आकाश में एक शो जैसा दृश्य उत्पन्न होता है। इसे उल्कावृष्टि (Meteor Shower) कहा जाता है।
प्रसिद्ध उल्कावृष्टियाँ:
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पर्सिड्स (Perseids) – अगस्त में
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जेमिनिड्स (Geminids) – दिसंबर में
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क्वाड्रेंटिड्स (Quadrantids) – जनवरी में
उल्काओं का पृथ्वी पर प्रभाव
सकारात्मक प्रभाव:
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वैज्ञानिक अनुसंधान में सहायक
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ब्रह्मांड की उत्पत्ति को समझने में मदद
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कुछ उल्कापिंडों में मूल्यवान धातुएं (जैसे – लोहा, निकल) पाई जाती हैं
नकारात्मक प्रभाव:
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बड़े उल्कापिंड के गिरने से तबाही मच सकती है (जैसे – डायनासोर का विनाश)
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वायुमंडलीय अशांति
वैज्ञानिक उपयोग और महत्व
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उल्कापिंडों की रासायनिक संरचना से पता चलता है कि सौरमंडल की शुरुआत कैसी हुई।
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कुछ उल्कापिंडों में एमिनो अम्ल पाए गए हैं, जो जीवन की उत्पत्ति से जुड़ा हुआ विषय है।
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वैज्ञानिक इनसे ग्रहों और उपग्रहों की सतह के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
प्रसिद्ध उल्कापिंड गिरने की घटनाएं
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तुंगुस्का घटना (1908, साइबेरिया):
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विशाल धमाका हुआ, लाखों पेड़ गिर गए।
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माना जाता है कि यह एक बड़ा उल्का था जो वायुमंडल में ही फट गया।
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शेलेबिन्स्क उल्का (2013, रूस):
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20 मीटर का उल्कापिंड था।
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खिड़कियां टूट गईं, 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए।
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अंतरिक्ष एजेंसियां और उल्काओं पर अध्ययन
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NASA – उल्का ट्रैकिंग सिस्टम
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ISRO – उल्कापिंड विश्लेषण के लिए अनुसंधान
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ESA (European Space Agency) – उल्कावृष्टियों की निगरानी
रोचक तथ्य
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हर दिन लगभग 100 टन अंतरिक्षीय धूल पृथ्वी पर गिरती है।
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ज्यादातर उल्काएं समुद्र में गिरती हैं क्योंकि पृथ्वी का 70% हिस्सा पानी है।
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उल्का का तापमान जलने के समय 3,000°C तक हो सकता है।
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उल्कापिंड धरती पर करोड़ों साल पुराने होते हैं।
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उल्कापिंडों को खरीद-बेच भी किया जाता है, और इनकी कीमत लाखों में होती है।
20 महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब
प्रश्न | उत्तर |
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1. उल्का क्या है? | वायुमंडल में प्रवेश करने पर जलता हुआ अंतरिक्षीय कण |
2. उल्कापिंड किसे कहते हैं? | जो उल्का पृथ्वी की सतह पर गिर जाए |
3. उल्कावृष्टि क्या है? | जब बहुत सारे उल्काएं एक साथ दिखाई देती हैं |
4. उल्का और उल्कापिंड में क्या अंतर है? | एक आकाशीय घटना है, दूसरा भौतिक वस्तु |
5. उल्का कब जलता है? | जब वह वायुमंडल में प्रवेश करता है |
6. उल्काएं कहां से आती हैं? | क्षुद्रग्रहों और धूमकेतुओं से |
7. उल्काओं की गति कितनी होती है? | 11 से 72 किमी/सेकंड |
8. उल्का किस तापमान पर जलता है? | लगभग 3,000°C |
9. उल्का किसे ‘टूटता तारा’ कहा जाता है? | उल्का को |
10. सबसे प्रसिद्ध उल्कावृष्टि कौन सी है? | पर्सिड्स |
11. उल्काएं कहां गिरती हैं? | अधिकतर समुद्रों में |
12. उल्काओं का अध्ययन कौन करता है? | खगोलशास्त्री |
13. उल्कापिंड में कौन-कौन सी धातुएं पाई जाती हैं? | लोहा, निकल आदि |
14. उल्का सबसे ज्यादा कहां दिखाई देता है? | रात के साफ आकाश में |
15. उल्कापिंड कब खतरनाक हो सकते हैं? | जब उनका आकार बहुत बड़ा हो |
16. उल्काएं जीवन को कैसे प्रभावित कर सकती हैं? | बड़े उल्कापिंड तबाही मचा सकते हैं |
17. उल्काओं की उम्र कितनी होती है? | करोड़ों साल |
18. क्या उल्कापिंड की बिक्री होती है? | हां, वैज्ञानिक और संग्रहकर्ता खरीदते हैं |
19. उल्का का अध्ययन क्यों जरूरी है? | ब्रह्मांड को समझने के लिए |
20. भारत में किस संस्था ने उल्का पर काम किया है? | ISRO |
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